शायद



कुछ  ही  दूरी  पर  हम  दोनों  बैठे  थे...

वो  कही  और  देख  रही  थी  और  मैं  कहीं  और  देख  रहा  था...
खुशी  की  बात  ये  थी  के  वो  मुझे  सोच  रही  थी  और  मैं  उसे...

एक  एहसास  मुझे  हुआ  और  शायद  उसे  भी...
के  अब  एक  दूसरे  की  और  देखा  जाएं...
तो  देखने  का  मन  बना  लिया...
जब  देखा  तो  पहली  नज़र  मिलते  ही  मुह  फेर  लिए  और  दोनों  के  चेहरे  पर  मुस्कान  सी  आ  गई...



फिर  दिल मे एक एहसास आया शायद मुझे भी और उसे भी...
के  फिरसे  दुसरी  नज़र  मिलाई  जाए...
फिर  दूसरी  नज़र  मिलाई...
फिर  एक  दूसरे  को  देख  कर  मुह  फेर  लिए...
और  फिर  मुस्कुराकर  कहीं  और  देखा...
और  ये  सिलसिला  चलता  रहा...


मगर  किसी  नतीजे  तक  हम  पोहचे  ऐसा  कुछ  सोचा  ही  नही...


शाम  का  समय  था  उसे  खयाल  आया...
शाम  ढल  गयी  और  मुझे  सवाल  आया...


आंखों  ने  घर  की  तरफ  की  निगाहें  पकड़ी...
और  जाते  जाते  दिल  के  तार  जुड़  गए...


कदमें  दूर  जा  रहे  थे...
दिलो  में  हल्की  सी  तड़प  होने  लगी  थी...


शायद  उसे  भी  और  मुझे  भी...

के  सोचा  अब  पीछे  मुड़कर  देखा  जाए...



देखा  तो  वो  जा  चुकी  थी...
और  उसके  लिए..
शायद...
मैं  भी...



~Avim







Reference and Credit :- Drawing art created by Karuna. Her Instagram ID " @art.1140 " . Avimshayaris thanks her for the above beautiful drawing. You Can follow her on her Instagram so as to see her beautiful art work.











Post a Comment

0 Comments