प्यार न कर | pyaar na kar | Shayari | Punjabi poem

प्यार न कर


अल्लाह नु रोकेया मैनु
केंहंदा उस कुड़ी दे नाल
प्यार न कर
कुड़ी नु प्यार करदी 
किसी होर दे नाल
अविम नु अपना
बेहाल ना कर
बुरा हाल ना कर

गीली अँखान्
विच इबादता
तेरे नाल करदा...
अविम नु राहे
सुकन् पायी ऐ...

वेख मैनु
जब जब मरदा
ओहनु याद
आने पे...


हाये...

किवेन् बताऊ
तब तब मैनु
जन्नत-उल-फिरदौस
पायी ऐ...
जन्नत-उल-फिरदौस
पायी ऐ...

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